– महापौर और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने अधिकारियों-कर्मचारियों को किया सम्मानित
– मेयर ने कहा- श्रद्धालुओं के लिए मंदिर-मस्जिद सब खुल गए, हर जाति-धर्म के लोगों ने की सेवा
– प्रमुख सचिव ने कहा- आपकी मेहनत और लगन मिसाल है, इसे 30 विश्वविद्यालय कर रहे स्टडी
*प्रयागराज।*
प्रयागराज की पावन धरा पर दिव्य, भव्य और स्वच्छ महाकुम्भ का बुधवार 26 फरवरी को समापन हो गया। 45 दिनों तक चले इस आस्था के संगम में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा-यमुना के पावन जल में स्नान किया। इस दौरान प्रयागराज नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों ने शहर सहित संगम क्षेत्र को स्वच्छ बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अफसरों और स्वच्छता कर्मियों की मेहनत और समर्पण को सम्मान देने के लिए नगर निगम की ओर से गुरुवार और शुक्रवार देर शाम महाकुंभ के सफल समापन पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान महापौर माननीय श्री उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने कहा कि, अपना नगर निगम एक परिवार है और जब सामूहिक रूप से मिलकर काम करता है, तो परिणाम भी ऐसा ही आता है।
नगर निगम सभागार में हो रहे कार्यक्रम में मेयर श्री गणेश केसरवानी ने कहा कि, हमने प्रयागराज को वैश्विक आकार देने के लिए जो सुझाव दिए, शासन ने उसे भी स्वीकार किया है। हम लोग ये जो भाव पैदा कर पाए हैं सरकार और माननीय मुख्यमंत्री जी के अंदर तो इसके लिए आप सभी की कर्मठता है। ये महाकुंभ आप सभी के प्रयासों, पार्षदगणों के सहयोग से जन आंदोलन बन गया। लोगों ने अपने आवास, अपनी दुकानें, अपनी रसोई सब खोल दिए। आज विश्वभर में इस महाकुंभ की जो चर्चा हो रही है, वो माननीय प्रधानमंत्री जी, माननीय मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा और आप सबकी मेहनत है।
*अब हमारे ऊपर दोगुनी जवाबदेही, चार गुना करनी होगी मेहनत*
महापौर ने कहा कि, अब आगे हम इस तरह का माहौल नहीं बनाकर रख पाए तो प्रयागराज की जनता का मन और मनोबल टूटेगा। अब हमारे ऊपर दोगुनी जवाबदेही है। अब और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। हम जिस स्थान पर पहुंचे हैं, उसे बनाए रखने के लिए चार गुना परिश्रम की जरूरत है। इसे एक आदर्श शहर बनाने की जरूरत है। पूरे दो माह में किसी पार्षद ने कोई शिकायत नहीं की। सबने इस महाकुंभ को दिव्य बनाने में सहयोग किया। हमारे शहर के नागरिकों ने चाहे वो किसी भी जाति, धर्म के हों, मंदिर-मस्जिद सब खुल गए। सभी ने दिल खोलकर श्रद्धालुओं का स्वागत और सेवा की।
*प्रमुख सचिव बोले- आपने मैजिक कर दिया*
कार्यक्रम में नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री अमृत अभिजात ने कहा कि, एक शब्द में कहूं कि आपने मैजिक कर दिया। निश्चित रूप से आपने झंडे गाड़ दिए। जिस लगन और जिस मेहनत से आपने काम किया है, ये एक मिसाल है। एक नहीं, 30 विश्वविद्यालय इसको पढ़ रहे हैं। 50 से ज्यादा अधिकारी केंद्र सरकार, सीएमओ, अन्य राज्यों की सरकारों ने भेजे कि ये कमाल कैसे हो रहा है। आप लोगों ने ड्यूटी से हटकर श्रद्धालुओं के प्रति सेवा भाव से काम किया। सफाई कर्मियों ने तो कमाल कर दिया। आगे भी उम्मीद करता हूं कि आप इसे बनाए रखेंगे। प्रमुख सचिव ने कहा कि, कई लोगों ने व्यवस्थाओं को लेकर शिकायत की। मीडिया ने भी दिखाया। इस पर हमने रेंडम सर्वे कराया और 85 फीसदी लोगों ने अपने अनुभव को अविस्मरणीय बताया।
*महापौर की लीडरशिप और टीम भावना से हुआ काम*
नगर आयुक्त श्री चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि टीम भावना से होने वाले कार्य का ही परिणाम है कि महाकुम्भ जैसा विशाल आयोजन सफल रहा है। महापौर की अच्छी लीडरशिप, सभी पार्षदगण ने मदद की। सभी ने योगदान दिया और मोटिवेट किया। पीएस सर स्वयं एक महीना प्रयागराज में रहे और अभिभावक की तरह मार्गदर्शन किया। ग्राउंड लेवल की टीम ने बेहतर काम किया। जोनल अधिकारी एसएफआई सफाई कर्मियों ने बहुत अच्छा काम किया। हमारे स्वच्छता कर्मियों ने यह सिद्ध कर दिया है कि इच्छा शक्ति से न सिर्फ व्यवस्थाएं सुचारु की जा सकती हैं, बल्कि हम विश्व पटल पर भी छा सकते हैं।
*इन लोगों को किया गया सम्मानित*
अपर नगर आयुक्त श्री अमरीश कुमार बिंद
अपर नगर आयुक्त श्री दीपेंद्र यादव
अपर नगर आयुक्त श्री अरविंद कुमार राय
सहायक नगर आयुक्त सुश्री दीपशिखा पांडेय
मुख्य अभियंता, श्री सतीश कुमार
मुख्य अभियंता श्री. संजय कटियार
जीएम जलकल श्री कुमार गौरव
डॉ. महेश कुमार एनएसए
श्री प्रमोद कुमार द्विवेदी, सीटीएओ,
श्री संजय रथ, मिशन मैनेजर
श्री संजय ममगई, श्री नवनीत सहित आठों जोन के जोनल अफसर
डॉ. रंजना त्रिपाठी
सुश्री धारिणी श्रीवास्तव, डेटा विश्लेषक एसडब्ल्यूएम
सफाई नायक श्री सत्यम कुमार पाल, श्री हर्ष कुमार तिवारी
सफाईकर्मी श्री कुंदन सिंह, श्रीमती रीता देवी जी, श्री मनोज
*मुख्य अभियंता को दी गई विदाई*
नगर निगम के मुख्य अभियंता श्री सतीश कुमार जी सेवानिवृत्त हो गए। इस अवसर पर महापौर, नगर आयुक्त सहित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने उन्हें विदाई दी। अधिकारियों ने कहा कि श्री सतीश जी सेवाभाव से कार्य करते रहे। रिटायरमेंट समय में भी महाकुंभ को देखते हुए उन्होंने अपना काम पूरी शिद्दत और ईमानदारी से किया। इस दौरान श्री सतीश जी महापौर और नगर आयुक्त ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया।